रेलवे के सिस्टम में सदा के लिए जुड़ा रेल अफसरों का बनाया सहायता का ‘सेतु’
अलोका: कोरोना काल में भारतीय रेल के कुछ अफसरों ने सहायता का ऐसा सेतु बना दिया जो अब रेलवे के सिस्टम में सदा के लिए जुड़ गया है। सहायता का ये सेतु कोराना काल...
कैलाश सत्यार्थी को नोबेल शांति पुरस्कार प्राप्ति की 6ठीं वर्षगांठ पर विशेष संध्या मिश्र: नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित कैलाश सत्यार्थी एक खांटी भारतीय हैं। उनका मन भारतीयता में रचता-बसता है। उनकी यह पहचान...
अलोका: कोरोना काल में भारतीय रेल के कुछ अफसरों ने सहायता का ऐसा सेतु बना दिया जो अब रेलवे के सिस्टम में सदा के लिए जुड़ गया है। सहायता का ये सेतु कोराना काल...
संध्या: ये दीवाली खास है। इस दीवाली देश भर के 11 करोड़ घर गोबर के बने दीए से जगमग होंगे। 11 करोड़ घरों में 33 करोड़ दिए पहुंचाने के अभियान में जुटे हैं राष्ट्रीय...
आकाश सिंह: भोपाल में ज्वाइंट कमिश्नर इनकम टैक्स के तौर पर कार्यरत अनूप जैन ने सागर जिले में अपने पैतृक गांव और आस-पास के गांवों के कायाकल्प का बीड़ा उठाया है। युवा आईआरएस अफसर...
स्वाती शैलेश: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले की सीमा वर्मा सिर्फ एक-एक रुपये इकट्ठा कर मदद की अनोखी मुहिम चला रही है। एलएलबी पांचवें सेमेस्टर की छात्रा सीमा इस मुहिम के जरिए 33 विद्यार्थियों की...
स्वाती शैलेश: झारखंड के सारंडा यानी सात सौ पहाड़ों वाले इलाके के घने जंगलों के बीच एक शिक्षक शिक्षा की अलख जगा रहे हैं। जंगल और पहा़ड़ के मुश्किल रास्ते हर रोज दो घंटे...
मथुरा में करीब-करीब उजाड़ हो चुके गिरिराज यानी गोवर्धन पर्वत को फिर से हरा-भरा बनाने का अभियान चल रहा है। उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद गोवर्धन पर्वत की इस मुहिम को कामयाबी मिलने लगी है।...
कैलाश सत्यार्थी के नोबेल शांति पुरस्कार की 6वीं वर्षगांठ पर विशेष संध्या: भारत के लिए आज का दिन ऐतिहासिक है। छह साल पहले 10 अक्टूबर, 2014 को ही दुनिया के सबसे गरीब, वंचित और...
बदलता इंडिया की खास पेशकश मनोज सिन्हा, ले. गवर्नर, जम्मू-कश्मीर जम्मू और कश्मीर प्रशासन के लिए, गांधी जी को इससे बेहतर श्रद्धांजलि नहीं हो सकती है कि हम सुशासन को ग्रामीण इलाकों में आमजन...
स्वाती शैलेश: टूंडला में तैनात एक युवा रेल अफसर ने पुरानी लाइब्रेरी में लगभग भुला दी गई हिंदी की करीब 3000 किताबों को फिर से जिंदा कर दिया है। दिल्ली-कोलकाता रूट पर टूंडला बहुत...
यतींद्र मिश्र: कुलदीप का संग्रह ‘मनकही’ कई संदर्भों में पूर्वज कविता परंपरा से सम्मानजनक दूरी बरतते हुए एक ऐसे समय प्रदेश में अटका हुआ पड़ा है जहां से संवेदना और सरोकारों के अंतर्द्वंद परखे...