कॉरपोरेट की दुनिया छोड़ दिव्यांगों के लिए क्या कर रही मुंबई की ये लड़की
मुंबई की एक लड़की तनुश्री। जिसने कॉरपोरेट और स्टार्ट अप की दुनिया में 13 साल कड़ी मेहनत की। एक मुकाम बनाया। लेकिन अपने सपने को पूरा करने के लिए एक झटके से सब कुछ छोड़ दिया और दिव्यांगों के लिए कुछ करने का जज्बा लिए एक नई राह बनाने में जुट गई है।
लव एक्चुअली (LoveActually.me), जी हां यही नाम है दिव्यांगों के प्रति उस जज्बे का। जो अचानक एक रात तनुश्री के मन में कौंधा और पिछले छह महीने से इस विचार को आकार देने के बाद उसे कामयाब बनाने में जुट गई हैं। लव एक्चुअली (LoveActually.me) दिव्यांगों के लिए एक ऑनलाइन और ऑफलाइन प्लेटफॉर्म है जो उन्हे एक साथ जोड़ने, अपनी कला, अपनी प्रतिभा, दिखाने का मौका देता है।
इस प्लेटफॉर्म पर डेटिंग भी है। कला भी है। संस्कृति भी है। रोजगार भी है। एजुकेशन भी है। ये प्लेटफॉर्म सिर्फ दिव्यांगों के लिए नहीं है। यहां वे भी जुड़ सकते हैं जो दिव्यांगों के लिए खुले और ईमानदार मन से कुछ करना चाहते हैं। इसका मकसद दिव्यांगों को खुद के बारे में बात करने और अपने जैसे दूसरे लोगों का सपोर्ट और प्रोत्साहित करना है। दिव्यांगों को दोस्त या रिश्ते बनाने में मुश्किल होती है। ये प्लेटफॉर्म उन्हें नए दोस्त तलाशने और एक समुदाय बनाने में मदद करेगा।
तनुश्री बताती हैं कि LoveActually.me न सिर्फ दिव्यागों को जोड़ेगे बल्कि उनका मकसद इस प्लेटफॉर्म को दिव्यागों को लिए रोजगार के एक प्लेटफॉर्म के तौर पर भी आगे बढ़ाना हैं। इसके लिए उनकी कई छोटी-बड़ी कंपनियों से बात चल रही है जो इस प्लेटफॉर्म के जरिए दिव्यांगों को रोजगार मुहैया करा सकें। साथ ही इस प्लेटफॉर्म को दिव्यागों की शिक्षा के लिए भी उपयोगी बनाना चाहती हैं। इस दिशा में उनकी शिक्षा के क्षेत्र में काम कर रही एनजीओ से बातचीत जारी है।
तनुश्री और उनके साथियों ने दिव्यांगों को ऑफलाइन प्लेटफॉर्म मुहैया कराने के मकसद से देश के बड़े शहरों में कार्यक्रमों के आयोजन की योजना बनायी है। ये कार्यक्रम प्रतिभावान दिव्यांगों के लिए मंच होंगे। जिसके जरिए वे अपनी प्रतिभा और कला का प्रदर्शन करेंगे। ऐसा पहला आयोजन दिल्ली के दिल कनॉट प्लेस में होना है। इस आयोजन को कई स्वयंसेवी संस्थाओं का साथ मिला है।
आखिर कामयाब कॉरपोरेट लाइफ छोड़कर तनुश्री को अचानक क्या सूझी कि वे सब कुछ छोड़कर एक नई राह पर निकल गई। दरअसल तनुश्री की एक करीबी रिश्तेदार दिव्यांग थीं। उनके संघर्ष तनुश्री को दिव्यांगों के लिए कुछ करने को प्रेरित करते थे। करियर शुरू करने से पहले आंत्रप्रेन्योर बनने की कोशिश कर चुकी तनुश्री ने जब नौकरी छोड़ने का फैसला किया तो उनके मन में इस बात को लेकर कोई शंका नहीं थी कि उन्हें दिव्यांगों की बेहतरी के लिए काम करना है और अब “लव एक्चुअली” के जरिए वे फिलहाल इसी मिशन को पूरा करने में जुटी हैं।