सागर जिले में कई गांवों को बदल रहे युवा आईआरएस अफसर अनूप जैन
आकाश सिंह:
भोपाल में ज्वाइंट कमिश्नर इनकम टैक्स के तौर पर कार्यरत अनूप जैन ने सागर जिले में अपने पैतृक गांव और आस-पास के गांवों के कायाकल्प का बीड़ा उठाया है। युवा आईआरएस अफसर अनूप जैन कोरोना महामारी के बीच बुंदेलखंड के सागर जिले के गांवों में लगातार शिक्षा, स्वास्थ्य व स्वच्छता जैसी मूलभूत सेवाओं को बेहतर करने का प्रयास कर रहे हैं। सड़क पर घूम रहे बेसहारा, जख्मी और बीमार पशुओं को इलाज़ व चारा उपलब्ध कराने के लिए भी सक्रिय हैं। सागर के पास गौरझामर की गौशाला में हजारों असहाय, बीमार पशुओं को रखा गया है और इस काम में ग्राम पूजन पुण्य दल सक्रिय भूमिका निभा रहा है।
“हमारी नज़र में गांव अपने आप में एक मंदिर हैं। अन्नदाता के स्थल हैं। इनके पूजन अर्थात विकास के लिए हम एक संगठन ‘ग्राम पूजन पुण्य दल’ के सहयोग से लगातार कार्य कर रहे हैं।”
– अनूप जैन, ज्वाइंट कमिश्नर इनकम टैक्स
कोरोना रूपी वैश्विक महामारी के शुरुआती दौर में ही सरकार ने लॉकडाउन का निर्णय लिया तो महानगरों से बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर पैदल ही परिवार समेत गांवों की ओर चल पड़े। बड़ी जद्दोजहद के बाद प्रवासी मजदूर जब गांव पहुंचे तो उनके सामने सबसे बड़ी समस्या परिवार का पेट भरना था। भारत के बड़े शहरी क्षेत्रों और बड़े शहरों के आस पास सड़क पर तो गरीब परिवारों की मदद के लिए बड़ी संख्या में राजनीतिक पार्टियां और सामाजिक संगठन काम कर रहे थे।
लेकिन इसके उलट बुंदेलखंड जैसे पिछड़े क्षेत्रों में जरूरतमंद की मदद करने वाले हाथ कम थे। ऐसे में अनूप जैन और उनके समूह ने बुन्देलखंड के सागर जिले में लॉक डाउन के दौरान जरूरतमंदों को हरसंभव मदद पहुचाई। मध्य प्रदेश के भोपाल में ज्वाइंट कमिश्नर इनकम टैक्स के तौर पर कार्यरत अनूप जैन ने अपने समूह के माध्यम से खाना, राशन, जूते-चप्पल आदि नियमित तौर पर जरूरतमंडों तक पहुंचाए। अनूप जैन और उनके साथियों के काम की जिला प्रशासन, राज्य सरकार के साथ आयकर विभाग ने भी सराहना की। आयकर विभाग ने अनूप जैन को आयकर दिवस पर कोविड वॉरियर अवार्ड से भी नवाजा।
गांव और ग्रामीणों की मदद का काम अनूप जैन कोरोना काल के पहले से भी करते रहे हैं। वे लंबे समय से सागर जिले के कुछ गांवों में चिकित्सा, शिक्षा, सफाई-पर्यावरण आदि कार्यों में मदद और जागरुकता में जुटे हैं। अनूप जैन ने कोरोना काल में गांवों की समस्याओं को दूर करने के लिए मिशन मोड में कार्य प्रारंभ किया हैं। उन्होंने स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए गांव-गांव जाकर मेडिकल कैम्प लगवाया। निशुल्क दवाएं वितरित करवाई। फिलहाल अनूप जैन और उनके समूह ने सागर जिले के लुहारी, हवला, मुडिया और नन्हीं देवरी गांव को अपने कार्यक्षेत्र के तौर पर चुना है।
अनूप जैन ने सागर जिले के लुहारी गांव को वरिष्ठ आईआरएस अधिकारी और गांधीवादी राकेश पालीवाल के नेतृत्व में विकास के लिए गोद लिया है। ग्रामीणों की समस्या दूर करने की कोशिश के तहत पंचायती राज और सरकार के सहयोग से लुहारी और हवला गांव में वाटर टैंक, नाली, सड़क, स्कूल और सामुदायिक भवन बनवाने के लिए प्रयासरत हैं। अफसरों और उनके समूह के जुड़ने की वजह से पंचायती राज प्रशासन का सक्रिय सहयोग भी मिलने लगा है। शिक्षा की स्थिति को बेहतर करने के लिए गांव में एक पुस्तकालय भी बनवाया है। पुस्तकालय में नियमित और मासिक प्रतियोगी परीक्षाओं की पुस्तक, समाचार पत्रों के साथ धार्मिक और नैतिक साहित्य के अलावा गांधी, बिनोवा भावे और विवेकान्द का साहित्य भी रखा गया है।
“हमने आयकर विभाग के वरिष्ठ अधिकारी व सुप्रसिद्ध गांधीवादी चिंतक, लेखक राकेश कुमार पालीवाल सर के मार्गदर्शन में गांव गोद लेकर उसकी स्वास्थ्य, शिक्षा एवं स्वच्छता जैसी मूलभूत सेवाओं को तय समय सीमा के भीतर बेहतर करके उसे आदर्श ग्राम के रूप में स्थापित करने का संकल्प लिया है।”
– अनूप जैन, ज्वाइंट कमिश्नर इनकम टैक्स
अनूप जैन गांवों की दशा सुधारने के बड़े अभियान से जुड़ गए हैं। वे एक संगठन ‘ग्राम पूजन पुण्य दल’ के जरिए युवा साथियों को स्वेच्छा से एक गांव गोद लेने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। यह दल सागर जिले के चार गांवों में काम कर रहा है। संगठन का मकसद चिन्हित गांवों में युवाओं का समूह बनाकर जागरूकता लाना, श्रमदान कराना, छात्रों को मदद , आधारभूत संरचना के लिए स्थानीय प्रशासन से यथासंभव सहायता मुहैया कराना है। दल के सदस्य आपस में ही फंड एकत्रित करके भी गांव में छोटे स्तर के कार्य खुद से करते हैं। पुस्तकालय कक्ष निर्माण, पुस्तकालय की पुस्तकें और अन्य चीजें, ग्रामीणों को चिकित्सा व खाद्य सहायता, सफाई और वृक्षारोपण आदि कार्य आपस में इकट्ठा किए गए फंड के जरिए ही किया। ‘ग्राम पूजन पुण्य दल’ का आदर्श ग्राम बनाने का अभियान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान और आत्मनिर्भर भारत अभियान को भी लगातार मजबूती प्रदान कर रहा है।
अनूप जैन बताते हैं कि ‘ग्राम पूजन पुण्य दल’ परिवार में हर रोज नया सदस्य जुड़ रहा है। यथासंभव आर्थिक व अन्य सहयोग दे रहे हैं। उनके बहुत से समकक्ष व कनिष्ठ-वरिष्ठ अधिकारी, समाज के संभ्रांत लोग परिवार के किसी सदस्य के जन्मदिन, शादी की सालगिरह, प्रियजनों की पुण्यतिथि या किसी अन्य विशेष दिन पर सेवाकार्यों के लिए आर्थिक सहायता देते हैं। गांव के सरपंच और स्थानीय ग्रामीण वालंटियर के तौर पर अहम भूमिका निभा रहे हैं। इन कार्यों की जिम्मेदारी लेने के लिए खुद आगे आ रहे हैं। आदर्श ग्राम बनाने के इस अभियान में राज्य सरकार के पंचायती राज प्रशासन का भी सहयोग मिलने लगा है।
अनूप जैन ने “ग्राम पूजन पुण्य दल” के माध्यम से मध्य प्रदेश के गांवों में जर्जर पड़े प्राचीन मंदिरों का स्थानीय लोगों के सहयोग से जीर्णोद्धार कराने का भी संकल्प लिया है। इन्होंने लुहारी व अन्य कई गांवों में हाल ही में मंदिरों का जीर्णोद्धार कराया है। आने वाले समय में अन्य गांवों में प्राचीन मंदिरों के जीर्णोद्धार कराने वाले हैं। अनूप जैन बताते हैं कि गांवों से पलायन की वजह से देखरेख के अभाव में प्राचीन मंदिर खत्म होने लगे हैं। ऐसे में हम आस्था के केंद्र रूपी मंदिरों को जीवित रखेंगे तो उसके जरिए लोगों को उनके गांव व घर से जोड़े रख सकते हैं। इस प्रयास से शहरीकरण के दौर में भी गांवों को जीवित रख सकते हैं।
“गाय वृद्ध हो जाती हैं। दूध देना बंद कर देती हैं। तो कुछ लोग उसे बेसहारा छोड़ देते हैं। हमारा संकल्प है कि हम आस-पास की बीमार, चोटिल व बेसहारा गायों को गौ-शाला पहुंचाकर उनकी सेवा करेंगे।
– अनूप जैन, ज्वाइंट कमिश्नर इनकम टैक्स
अनूप जैन मध्य प्रदेश में लगातार गौ सेवा के लिए भी कार्य कर रहे हैं। गौ सेवा कार्यक्रम में बेसहारा, बीमार, वृद्ध गायों के लिए गौ-शाला का निर्माण कराकर उसमें उनके समुचित इलाज एवं देखभाल की व्यवस्था की है। अनूप जैन मुख्य रूप से गौरझामर (सागर) गौशाला से जुड़े हैं। यहां बेसहारा, बीमार, घायल और घुमंतु गायों को रखा जाता है। उनका इलाज किया जाता है। गौशाला में डेरी उत्पादन या अन्य आर्थिक गतिविधि नहीं चलाई जाती। सेवा को ही ध्येय माना गया है। अनूप जैन के इन प्रयासों में उनके बड़े भाई अशोक जैन और अनिल जैन ग्राम विकास में जुड़े हैं। इसके अलावा मुकेश जैन, अखिलेश सिंघई, नीरज-अनन्त, सोनू सागर, सुनील लुहारी आदि की अहम भूमिका है। ये सभी सेवा को धर्म मानते हैं।
अनूप जैन – एक परिचय
2010 बैच के आईआरएस अफसर अनूप जैन मध्य प्रदेश के सागर जिले के हैं। लुहारी उनका पैतृक ग्राम है। इन दिनों भोपाल में ज्वाइंट कमिश्नर इनकम टैक्स के तौर पर कार्यरत हैं। कोरोना महामारी के बीच इन्होंने नियमित रूप से अपने आस-पास के गरीब परिवारों को खाद्य सामग्री, बेसहारा जानवरों को चारा एवं पानी मुहैया कराया। लॉकडाउन के दौरान गांव लौट रहे प्रवासी मजदूरों को हाइवे पर खाना-पानी, रोगियों के लिए चिकित्सीय सुविधाएं उपलब्ध करवाई। अनूप जैन जीव दया और शाकाहार अभियान से भी जुड़े हैं। वे मानते है “आहार केवल शाकाहार ही हो सकता है।”
अनूप जैन संघ लोक सेवा आयोग की और राज्य सेवा की सिविल सेवा परीक्षाओं के लिए भी निशुल्क मार्गदर्शन कक्षाएं भी चलाते हैं। उन्होंने आयकर विभाग के वरिष्ठ अधिकारी प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त व सुप्रसिद्ध गांधीवादी चिंतक राकेश कुमार पालीवाल से प्रभावित होकर पैतृक गांव लुहारी को आदर्श ग्राम बनाने का संकल्प लिया है। “ग्राम पूजन पुण्य दल” संगठन के माध्यम से लोगों को जोड़कर, मध्य प्रदेश के अन्य गांवों को आदर्श ग्राम के रूप में स्थापित करने के लिए लगातार प्रयासरत हैं।
(आकाश सिंह इलाहाबाद विश्वविद्यालय के ‘सेंटर ऑफ मीडिया स्टडीज’ के छात्र हैं। सामाजिक विषयों पर लगातार लिखते हैं।)
काफ़ी सराहनीय कार्य