जब चल पड़ा मजदूरों का रेला तो हर तरफ क्यों मची त्राहि-त्राहि
मजदूर दिवस पर विशेष मजदूरों का रेला जब अपने गांव-गिराव की तरफ चल पड़ा तो हर तरफ त्राहि-त्राहि मच गई। किसी को मजदूरों का दर्द, उनकी बेबसी, उनकी लाचारी, उनकी भूख नहीं दिख रही...
मजदूर दिवस पर विशेष मजदूरों का रेला जब अपने गांव-गिराव की तरफ चल पड़ा तो हर तरफ त्राहि-त्राहि मच गई। किसी को मजदूरों का दर्द, उनकी बेबसी, उनकी लाचारी, उनकी भूख नहीं दिख रही...
जब देश कोरोना काल में आर्थिक संकट से जूझ रहा है तो मोदी सरकार की कौन सी गलती अब गरीब, मजदूर, किसान, सरकारी व प्राइवेट कर्मचारी, मध्यम वर्ग सब पर भारी पड़ी रही है.....
परिंदे और प्रवासी मजदूर कैलाश सत्यार्थी: नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित विश्व प्रसिद्ध बाल अधिकार कार्यकर्ता कैलाश सत्यार्थी लॉकडाउन से बेरोजगार हुए प्रवासी मजदूरों और उनके बच्चों को लेकर चिंतित हैं। उनकी मदद के...