दिल्ली पुलिस के एक थाने अगर आपको पीठ पर बैग और हाथों में पानी की बोतल लिए छात्र घुसते दिखे तो हैरान मत हों। ये ग्रेटर कैलाश वन का थाना हो सकता है। और यहां बच्चे किसी मारपीट की शिकायत दर्ज कराने नहीं जा रहे हैं, बल्कि अपना भविष्य संवारने जा रहे हैं। पढ़िए स्वाति सिंह की रिपोर्ट आखिर दिल्ली का एक थाना कैसे संवार रहा बच्चों का भविष्य।
पन्नों के पलटने की हल्की-हल्की आवाजें, मानो हर आवाज एक नई उम्मीद बुन रहा हो। यह आवाजें न सिर्फ किताबों से आती हैं, बल्कि उन सपनों से भी जो इन किताबों के जरिए आकार ले रहे हैं। यहां बैठा हर छात्र किताबों के पन्नों में अपना भविष्य ढूंढ रहा है। हम यहां बात कर रहे हैं दिल्ली के ग्रेटर कैलाश-1 थाना परिसर स्थित दिल्ली पुलिस और ईडब्ल्यूए (Empowered Women’s Association) की लाइब्रेरी की।
लाइब्रेरी में कदम रखते ही एक अलग ऊर्जा महसूस होती है। शेल्फ में सजी हजारों किताबें, शांत वातावरण और छात्रों की आंखों में कुछ कर गुजरने का जुनून। यहां पढ़ाई करने वाले बच्चे एक बेहतर भविष्य की राह तलाश रहे हैं।
इस पब्लिक लाइब्रेरी की शुरुआत 14 दिसंबर 2023 को हुई थी। दिल्ली पुलिस और ईडब्ल्यूए (Empowered Women’s Association) ने ग्रेटर कैलाश-1 में इसकी शुरुआत की थी। उद्घाटन दिल्ली पुलिस के डीसीपी चंदन चौधरी ने किया। यह पहल “नव्या दिशा” कार्यक्रम के तहत शुरू हुई। “नव्या दिशा” दिल्ली पुलिस और जनता के बीच रिश्तों को मजबूत करने और अपराध को कम करने के उद्देश्य से बनाई गई थी।
इस लाइब्रेरी में 3,000 से ज्यादा किताबों का संग्रह है। इसके साथ-साथ हाई-स्पीड इंटरनेट, डिजिटल संसाधन और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की सुविधा भी मौजूद है। यहां 300 से अधिक छात्र पंजीकृत हैं। 60-70 बच्चे रोजाना यहां पढ़ने आते हैं। अधिकांश बच्चे विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं। इन बच्चों में सामान्य से लेकर उच्च वर्ग के छात्र भी शामिल हैं। इन्हें आस-पास पढ़ने के लिए एक बेहतरीन प्लेटफॉर्म की तलाश थी।
लाइब्रेरी के पहले बैच के छात्रों ने CUET और JEE जैसी महत्वपूर्ण परीक्षाओं में सफलता प्राप्त की है। इस लाइब्रेरी में पढ़ने वाले कई छात्रों ने कॉलेजों में दाखिले में भी सफलता हासिल की है। बच्चों के माता-पिता का कहना है कि यह लाइब्रेरी उनके बच्चों के लिए वरदान साबित हुई है। दिल्ली पुलिस के अधिकारी नियमित रूप से लाइब्रेरी का दौरा करते हैं और बच्चों को प्रेरणा व मार्गदर्शन प्रदान करते हैं।
दिल्ली पुलिस के साथ मिलकर इस लाइब्रेरी की स्थापना EWA ने की है। EWA की अध्यक्ष शर्मिला गोयल हैं। EWA का उद्देश्य समाज में वंचित बच्चों को बेहतर शिक्षा और कौशल प्रदान करना था। संगठन ने दिल्ली पुलिस के साथ मिलकर कई कौशल विकास कार्यक्रम भी चलाए हैं। जरूरत पड़ने पर EWA की टीम बच्चों की समस्याओं का समाधान करती है।
दिल्ली पुलिस और ईडब्ल्यूए का यह कदम न केवल शिक्षा को बढ़ावा दे रहा है। बल्कि महिला सशक्तिकरण की दिशा में भी एक बड़ा योगदान दे रहा है। कौशल विकास कार्यक्रमों के जरिए 600 से ज्यादा महिलाओं को रोजगार के नए अवसर मिले हैं। यह पहल समाज में सकारात्मक बदलाव लाने और अपराध रोकने का एक अनूठा उदाहरण है।
यह लाइब्रेरी सिर्फ एक जगह नहीं, बल्कि उम्मीद की वह लौ है जो हर दिन कई जिंदगियों को रोशन कर रही है। यहां हर किताब, हर पन्ना, और हर छात्र एक नई कहानी लिख रहा है।