भारतीय साहित्य और संस्कृति को गहराई से प्रभावित करने वाले रामचरितमानस की पांडुलिपी यूनेस्कों की ‘मेमोरी ऑफ द वर्ल्ड सूची’ में शामिल की गई है। इसके अलावा पं. विष्णु शर्मा की रचना ‘पञ्चतन्त्र’ और आचार्य आनंदवर्धन की ‘सहृदयलोक-लोचन’ की पांडुलिपियों को भी इस सूची में जगह मिली है। इन तीनों ग्रंथों की पांडुलिपियों को इस सूची… Continue reading यूनेस्को की ‘मेमोरी ऑफ द वर्ल्ड सूची’ में शामिल की गई रामचरितमानस’ सहित तीन पांडुलिपियां