साहित्य, संस्कृति और राजनीति के अद्भुत समन्वयक थे आचार्य विष्णुकांत शास्त्री

भारत में लोकतंत्र के महापर्व जारी है। पश्चिम बंगाल में भी मतदान हो रहे हैं। देश भर में विभिन्न नेता ऐसे हैं, जो साहित्य में रुचि रखते हैं और राजनीति में भी अपनी क़िस्मत आज़मा रहे हैं। ऐसे में, 2 मई, 1929 को कलकत्ता में सारस्वत ब्राह्मण परिवार पंडित गांगेय नरोत्तम शास्त्री एवं रूपेश्वरी देवी… Continue reading साहित्य, संस्कृति और राजनीति के अद्भुत समन्वयक थे आचार्य विष्णुकांत शास्त्री