रामकृष्ण और विवेकानंद से बहुत निकट थे गांधी, यह बात हमसे क्यों छुपाई गई?

महात्मा गांधी पर श्री रामकृष्ण परमहंस और स्वामी विवेकानंद का गहरा प्रभाव था। मैंने अपनी पुस्तक “महात्मा गांधी पर श्री रामकृष्ण परमहंस और स्वामी विवेकानंद का प्रभाव” में इस पर विस्तार से प्रकाश डाला है। स्वामी विवेकानंद का समय 1863 से 1902 तक का है। स्वामी रामकृष्ण परमहंस का जन्म 1836 और निधन 1886 में… Continue reading रामकृष्ण और विवेकानंद से बहुत निकट थे गांधी, यह बात हमसे क्यों छुपाई गई?

प्रधानमंत्री का कन्याकुमारी विवेकानंद शिला स्मारक जाना साधारण घटना नहीं

लोकसभा चुनाव अंतिम चरण की ओर है। एक जून को आखिरी चरण का मतदान बाकी है। इस बीच 30 मई से एक जून तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तमिलनाडु के शहर कन्याकुमारी के प्रवास पर रहेंगे। प्रधानमंत्री कन्याकुमारी में “विवेकानंद शिला स्मारक” में स्थित स्वामी विवेकानंद की मूर्ति और “ध्यान मंडपम” में ध्यान और साधना करेंगे। प्रधानमंत्री… Continue reading प्रधानमंत्री का कन्याकुमारी विवेकानंद शिला स्मारक जाना साधारण घटना नहीं

बुद्ध पूर्णिमा: स्वामी विवेकानंद के जीवन पर भगवान बुद्ध और बौद्ध पंथ का प्रभाव

बुद्ध जयंती पर विशेष :   बुद्ध पूर्णिमा का विशेष दिवस मात्र बौद्ध पंथ के अनुयायियों के लिए ही नहीं बल्कि हिन्दू या कहे सनातन परंपरा में मान्यता रखने वाले लोगों के लिए भी उत्सव का दिन होता है। यह दिन बौद्ध पंथ के संस्थापक भगवन बुद्ध की जयंती के तौर पर मनाया जाता है,… Continue reading बुद्ध पूर्णिमा: स्वामी विवेकानंद के जीवन पर भगवान बुद्ध और बौद्ध पंथ का प्रभाव

स्वामी विवेकानंद का जीवन और दर्शन अमृत काल में सबसे बड़ा प्रेरणास्रोत

आने वाले 25 साल नये भारत के निर्माण के लिए कार्य करने का समय है। सामने सैकड़ों चुनौतियां और  अवसर हैं। इस काल में हमें एक ऐसे व्यक्तित्व का अनुसरण करने की आवश्यकता है, जिनके जीवन में निरंतरता हो, विचार में समग्रता और चिंतन में भारत हो। पढ़िए निखिल यादव का आलेख।    सन् 1857… Continue reading स्वामी विवेकानंद का जीवन और दर्शन अमृत काल में सबसे बड़ा प्रेरणास्रोत