हेपेटाइटिस से समय पर बचाव लिवर कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से भी बचा सकता है

दिल्ली के इंस्टीट्यूट ऑफ लिवर एंड बाइलरी साइंसेज का 28 जुलाई को वर्ल्ड हेपेटाइटिस डे पर जागरूकता कार्यक्रम दिल्ली के इंस्टीट्यूट ऑफ लिवर एंड बाइलरी साइंसेज (ILBS) के डायरेक्टर डॉ. शिव कुमार सरीन ने बताया कि हेपेटाइटिस से समय पर बचाव किया जाए तो लिवर कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से भी बचा जा सकता है। […]

दिल्ली के इंस्टीट्यूट ऑफ लिवर एंड बाइलरी साइंसेज का 28 जुलाई को वर्ल्ड हेपेटाइटिस डे पर जागरूकता कार्यक्रम

दिल्ली के इंस्टीट्यूट ऑफ लिवर एंड बाइलरी साइंसेज (ILBS) के डायरेक्टर डॉ. शिव कुमार सरीन ने बताया कि हेपेटाइटिस से समय पर बचाव किया जाए तो लिवर कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से भी बचा जा सकता है। उन्होंने कहा, “हेपेटाइटिस B का संक्रमण अक्सर मां से बच्चे को होता है, लेकिन समय पर टीका लगवाने से यह रोका जा सकता है।”

व्यायाम और स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर लिवर की कई बीमारियों से बचा जा सकता है। – डॉ. शिव कुमार सरीन

डॉ. सरीन वर्ल्ड हेपेटाइटिस डे के मौके पर इंस्टीट्यूट ऑफ लिवर एंड बायिलरी साइंसेज (ILBS) में आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे। यह कार्यक्रम संस्थान के एपीजे अब्दुल कलाम ऑडिटोरियम में हुआ। इसका मकसद हेपेटाइटिस जैसी खतरनाक बीमारी और स्वस्थ लिवर को लेकर आम जन को जागरूक करना था।

मुख्य अतिथि ICMR के डायरेक्टर जनरल डॉ. राजीव बहल ने कहा, “अगर हमें एक विकसित भारत बनाना है, तो मजबूत स्वास्थ्य व्यवस्था जरूरी है। हेपेटाइटिस को खत्म करना उसी दिशा में एक अहम कदम है।” उन्होंने ILBS की तारीफ करते हुए कहा कि यह सिर्फ इलाज का अस्पताल नहीं, बल्कि लिवर की रिसर्च का सबसे बेहतरीन केंद्र है।

डॉ. सरीन ने ICMR से मांग की कि देश में लिवर से जुड़ी बीमारियों का एक राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया जाए ताकि इलाज और रिसर्च में मदद मिल सके। उन्होंने भरोसा दिलाया कि ILBS हर तरह की स्वास्थ्य आपात स्थिति के लिए तैयार है।

कार्यक्रम में विश्व स्वास्थ्य संगठन के डॉ. बद्री थापा भी शामिल हुए। उन्होंने ILBS की तारीफ की और कहा कि यह संस्था विश्व स्वास्थ्य संगठन के लक्ष्य – एचआईवी, हेपेटाइटिस और सिफलिस को मां से बच्चे में फैलने से रोकने – के लिए बहुत अच्छा काम कर रही है। उन्होंने बताया कि इन बीमारियों को खत्म करने के लिए जागरूकता बढ़ाना, इलाज को आसान बनाना और प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करना जरूरी है।

ILBS ने कार्यक्रम से पहले एक मुफ्त लिवर स्वास्थ्य जांच शिविर भी लगाया। इसमें ब्लड शुगर, लिवर फंक्शन टेस्ट, फाइब्रोस्कैन जैसी सुविधाएं दी गईं। इंस्टीट्यूट ऑफ लिवर एंड बायिलरी साइंसेज (ILBS) ने वर्ल्ड हेपेटाइटिस डे के मौके पर लोगों को जागरूक करने के लिए कई खास कार्यक्रम आयोजित किए। इसमें मुफ्त लिवर जांच शिविर, पोस्टर प्रतियोगिता, और एक बड़ा जागरूकता कार्यक्रम शामिल था। इसके अलावा जुलाई में पूरे महीने भर में ILBS ने कई इलाकों में जाकर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए।

हर साल 28 जुलाई को वर्ल्ड हेपेटाइटिस डे मनाया जाता है। इसका मकसद लोगों को इस बीमारी के बारे में जागरूक करना और समय पर इलाज की जानकारी देना है। ILBS देश में लिवर से जुड़ी बीमारियों के खिलाफ लगातार कार्य कर रहा है।

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