‘ग्रीनमैन’ IRS ऑफिसर रोहित मेहरा बना चुके 700 वर्टिकल गार्डन और 560 शहरी जंगल
IRS अधिकारी रोहित मेहरा अब सिर्फ टैक्स कलेक्टर नहीं, देश के “ग्रीनमैन” के रूप में जाने जा रहे हैं। जहां एक ओर वे आयकर विभाग में राजस्व सुरक्षा में अहम भूमिका निभा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर पर्यावरण की रक्षा के लिए उनका जुनून उन्हें देशभर में खास पहचान दिला रहा है। वे अब तक […]
IRS अधिकारी रोहित मेहरा अब सिर्फ टैक्स कलेक्टर नहीं, देश के “ग्रीनमैन” के रूप में जाने जा रहे हैं। जहां एक ओर वे आयकर विभाग में राजस्व सुरक्षा में अहम भूमिका निभा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर पर्यावरण की रक्षा के लिए उनका जुनून उन्हें देशभर में खास पहचान दिला रहा है।

वे अब तक 18 लाख से अधिक पौधे लगा चुके हैं और 700 से अधिक वर्टिकल गार्डन तथा 560 शहरी माइक्रो फॉरेस्ट विकसित कर चुके हैं। उनकी यह हरियाली यात्रा लुधियाना से शुरू हुई थी, और अब पूरे देश में फैल रही है।
प्रदूषण से घबराया पिता, बना पर्यावरण योद्धा
साल 2016 में रोहित मेहरा के बेटे की स्कूल की छुट्टी सिर्फ इस वजह से हो गई कि हवा में प्रदूषण का स्तर बहुत खतरनाक हो गया था। इस एक घटना ने उन्हें झकझोर दिया। एक पिता होने के नाते उन्होंने खुद से पूछा — “क्या मैं अपने बच्चे को साफ हवा नहीं दे सकता?” यहीं से उनके हरियाली मिशन की शुरुआत हुई।
बेकार प्लास्टिक से बने वर्टिकल गार्डन

उन्होंने शुरुआत की प्लास्टिक कचरे से वर्टिकल गार्डन बनाने से। लुधियाना रेलवे स्टेशन से लेकर स्कूलों, कॉलेजों, पुलिस थानों, सरकारी दफ्तरों, गुरुद्वारों तक, हर जगह उन्होंने बेकार प्लास्टिक की बोतलों से हरियाली उगाई। अब तक वे 70 टन प्लास्टिक कचरे का पुनः उपयोग कर चुके हैं। इन वर्टिकल गार्डनों से सिर्फ सौंदर्य नहीं बढ़ा, बल्कि हवा की गुणवत्ता (AQI) में 60-75% तक सुधार दर्ज किया गया।
शहरों में उगते जंगल: मियावाकी और वृक्षायुर्वेद का संगम
पौधे लगाने के बाद रोहित मेहरा ने अगला कदम उठाया — जंगल बनाने का। उन्होंने जापानी मियावाकी तकनीक और भारतीय ग्रंथ ‘वृक्षायुर्वेद’ को मिलाकर शहरी क्षेत्रों में मिनी फॉरेस्ट यानी माइक्रो वन तैयार करना शुरू किया। आज उनके प्रयासों से देशभर में 560 से अधिक माइक्रो फॉरेस्ट बन चुके हैं। ये जंगल केवल हरियाली ही नहीं, बल्कि स्थानीय पारिस्थितिकी के लिए भी संजीवनी बन रहे हैं।

कबाड़ में उगाया ऑक्सीजन का बैंक
लुधियाना के मुल्लांपुर गांव में तीन एकड़ का कचरा भरा मैदान था। IRS रोहित मेहरा ने अपने मित्र IAS आकाश बंसल के साथ मिलकर वहां 10,000 पेड़-पौधों वाला जंगल खड़ा कर दिया। आज वह इलाका एक “ऑक्सीजन बैंक” बन चुका है।
नानक वन और बच्चों के साथ हरियाली की कक्षा
गुरु नानक देव की 550वीं जयंती के अवसर पर उन्होंने लुधियाना के दुख्खनिवारण साहिब गुरुद्वारे में ‘नानक वन’ विकसित किया। यह वन आध्यात्मिक और पर्यावरणीय प्रेरणा का केंद्र बना। इसके अलावा, उन्होंने बच्चों के साथ मिलकर लुधियाना के राख बाग में एक माइक्रो ऑक्सीजन चैम्बर भी तैयार करवाया। यह परियोजना बच्चों को पर्यावरण संरक्षण में भागीदारी सिखाने के लिए एक अनोखी पहल बनी।

लक्ष्य: 1,000 जंगल और 1 करोड़ पौधे
रोहित मेहरा का अगला लक्ष्य और भी बड़ा है — 1,000 शहरी वन और 1 करोड़ पौधे। वे मानते हैं कि पर्यावरण की रक्षा केवल सरकारों का काम नहीं, हर नागरिक की जिम्मेदारी है। उन्होंने सैकड़ों स्कूलों, गैर सरकारी संगठनों और कॉर्पोरेट कंपनियों को इस हरित अभियान से जोड़ा है।
एक टैक्स अधिकारी की हरियाली क्रांति
IRS अधिकारी रोहित मेहरा न तो पर्यावरण मंत्रालय में काम करते हैं, न ही कोई NGO चलाते हैं। फिर भी उन्होंने जिस तरह अकेले दम पर हरियाली का एक देशव्यापी अभियान खड़ा किया है, वह प्रेरणादायक है। आज उनका नाम “ग्रीन मैन ऑफ इंडिया” के रूप में जाना जाता है। उनका संदेश साफ है — “आप जहां हैं, वहीं से शुरुआत करें। पर्यावरण को बचाना अब विकल्प नहीं, ज़रूरत है।”
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