वेस्ट डिस्ट्रिक्ट लीगल सर्विसेज अथॉरिटी का स्वतंत्रता दिवस पर प्लास्टिक के खिलाफ संदेश
स्वतंत्रता दिवस, जब पूरा देश देशभक्ति और आज़ादी के जज़्बे में डूबा था, तब वेस्ट ज़िले में एक खास पहल देखने को मिली। वेस्ट डिस्ट्रिक्ट लीगल सर्विसेज अथॉरिटी ने रोटरी क्लब ऑफ दिल्ली हाइट्स और रोटरी इंटरनेशनल डिस्ट्रिक्ट 3011 के साथ मिलकर एक अनूठा कार्यक्रम आयोजित किया। ये कार्यक्रम था – कॉटन बैग डिस्ट्रीब्यूशन ड्राइव। […]
स्वतंत्रता दिवस, जब पूरा देश देशभक्ति और आज़ादी के जज़्बे में डूबा था, तब वेस्ट ज़िले में एक खास पहल देखने को मिली। वेस्ट डिस्ट्रिक्ट लीगल सर्विसेज अथॉरिटी ने रोटरी क्लब ऑफ दिल्ली हाइट्स और रोटरी इंटरनेशनल डिस्ट्रिक्ट 3011 के साथ मिलकर एक अनूठा कार्यक्रम आयोजित किया। ये कार्यक्रम था – कॉटन बैग डिस्ट्रीब्यूशन ड्राइव।
इस अभियान का आयोजन वेस्ट दिल्ली के प्रमुख शॉपिंग सेंटर, पैसिफिक मॉल, सुभाष नगर में किया गया। इसका उद्देश्य लोगों को प्लास्टिक के दुष्परिणामों के प्रति जागरूक करना और कपड़े के थैलों के उपयोग को बढ़ावा देना था।
क्यों खास थी यह पहल?
आज के समय में प्लास्टिक प्रदूषण एक गंभीर वैश्विक समस्या बन चुका है। रोज़मर्रा की जिंदगी में हम अनजाने में ही प्लास्टिक का अत्यधिक उपयोग कर रहे हैं। यही प्लास्टिक, न केवल पर्यावरण को नुकसान पहुंचाता है, बल्कि जल, थल और वायु तीनों को प्रभावित करता है। ऐसे में कपड़े के थैले एक बेहतरीन और टिकाऊ विकल्प बनकर उभरे हैं। इन्हें बार-बार इस्तेमाल किया जा सकता है। ये प्रकृति के अनुकूल हैं और देखने में भी आकर्षक होते हैं।
आयोजन का माहौल
पैसिफिक मॉल में स्वतंत्रता दिवस की रौनक अपने चरम पर थी। लोगों की भारी भीड़ थी। बच्चे, युवा, बुज़ुर्ग – सभी देशभक्ति के रंग में रंगे हुए थे। इसी माहौल में, आयोजकों ने बड़ी विनम्रता से लोगों को कपड़े के थैले बांटे। साथ ही, प्लास्टिक के दुष्परिणामों पर जानकारी दी गई। बताया गया कि कैसे एक छोटा सा बदलाव – प्लास्टिक की जगह कपड़े के थैले का प्रयोग – एक बड़ी सकारात्मक लहर ला सकता है।

क्या बोले आयोजक?
इस अवसर पर आयोजकों ने कहा, “हमारा लक्ष्य सिर्फ बैग बांटना नहीं था, बल्कि एक संदेश देना था। यह संदेश कि अगर हम सब मिलकर अपनी आदतें बदलें, तो हम अपने आने वाली पीढ़ियों के लिए एक बेहतर धरती छोड़ सकते हैं।” उन्होंने यह भी कहा, “हर छोटा कदम मायने रखता है। अगर आज एक व्यक्ति भी प्लास्टिक छोड़कर कपड़े का थैला अपनाता है, तो यह भी बदलाव की शुरुआत है।”
जनता की प्रतिक्रिया
लोगों ने इस पहल को खूब सराहा। एक महिला ने कहा, “मुझे इस तरह के बैग बहुत पसंद हैं। यह सुंदर भी हैं और उपयोगी भी। मुझे खुशी है कि ऐसे मौके पर मुझे यह तोहफा मिला।” एक युवा छात्र ने बताया, “हमारे कॉलेज में पर्यावरण को लेकर कई चर्चाएं होती हैं। लेकिन यहां आकर इस तरह की पहल देखना बहुत प्रेरणादायक है।”
छोटे कदम भी कारगर
वेस्ट डिस्ट्रिक्ट लीगल सर्विसेज अथॉरिटी और रोटरी क्लब ऑफ दिल्ली हाइट्स की यह पहल एक सकारात्मक सोच को दर्शाती है – कि बदलाव की शुरुआत हमेशा छोटे कदमों से होती है। तो आइए, इस स्वतंत्रता दिवस पर हम भी एक संकल्प लें –प्लास्टिक छोड़ें, कपड़े के थैले अपनाएं। प्रकृति से प्रेम करें, और आने वाले कल को संवारें।
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